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आँख में गुहेरी Aankh Me Guheri ka Best Gharelu Upchar

आँख में होने वाली गुहेरी को बिलनी या अंझनयारी भी कहते हैं अंग्रेजी में इसे Stye Eye, Hordiolam, Aankh me Guheri या small lump भी कहते हैं। यह आंख की पलकों में होने वाला एक बैक्टीरियल संक्रमण है जिससे पलकों पर एक लाल फुंसी टाइप इन्फेक्शन वाला उभार हो जाता है जिसके कारण आँखों में काफी जलन, दर्द और पानी चलने जैसी समस्या उत्पन्न हो जाती है। जिसे आँख में गुहेरी कहते हैं।

आँख में गुहेरी – Aankh me Guheri / बिलनी / अंझनयारी / क्या होती है?

सामान्य भाषा में जब आँख की तेल ग्रंथियों में बैक्टीरिया के कारण इन्फेक्शन हो जाता है तो उसे गुहेरी, बिलनी या Stye Eye कहते हैं । ये परेशानी आमतौर पर मेकअप के कारण आँख की पलकों के रोम छिद्र बंद होने, डेड सेल्स या फिर आँख की सही से सफाई न होने की वजह से गंदगी भर जाने के कारण हो भी हो सकती है। (Aankh me Guheri)

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आँख में अंझनयारी क्यों होती है? / आँख में होने वाली गुहेरी या बिलनी होने का क्या कारण है?

स्टेफ़िलोकोकस बैक्टीरिया इसके लिए मुख्य रूप से ज़िम्मेदार होता है। यह बैक्टीरिया वैसे तो नाक में पाया जाता है जब कभी आप गलती से अपनी नाक में खुजली करने के बाद या नाक को रगड़ने के बाद अपनी आँख को छु लेते हैं तो ये जीवाणु आसानी से आपकी आँख तक पहुंच जाता है ।

 

यह बैक्टीरिया छोटे छोटे रोम छिद्रो में संक्रमण करके उनको ब्लॉक कर देता है जिससे आँख की तेल ग्रंथियों से निकलने वाले तेल का बहाव रूक जाता है और ये तेल ग्रंथिया सूज जाती है और लाल हो जाती हैं इसी की वजह से आँख में गुहेरी हो जाती है।

 

आँख में होने वाली गुहेरी या बिलनी कितने प्रकार की होती है ?

सामान्यतः गुहेरी दो प्रकार ही होती हैं पहली वह जो आँख की पलकों के बहार की तरफ होती है और दूसरी पलकों के अंदर की तरफ वाली  सामान्यतः गुहेरी की समस्या बहुत ही कॉमन होती है और कभी कभार हो जाती है लेकिन अगर ये बार बार होती है तो किसी बड़ी समस्या का संकेत भी हो सकती हैं अतः बार बार गुहेरी की समस्या होने पर चिकित्सक से संपर्क जरूर करना चाहिए। (Aankh me Guheri)

 

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गुहेरी होने के कुछ सामान्य कारण निम्न प्रकार हैं:

  • बार बार अपनी आंख को छूना, रगड़ना या मलते रहना
  • आंखों के में गंदगी भरे मेकअप के सामान का उपयोग करना
  • पलकों की उचित प्रकार से साफ सफाई नहीं करना और
  • पलकों में ब्लेफ राइटिस नमक शोथ के कारण
आँख में गुहेरी Aankh me Guheri
Image Credit: Google

Aankh me Guheri होने के क्या क्या लक्षण हैं ?

  • ऊपर या नीचे की पलक पर उभार बन जाना
  • पलकों और आँख में दर्द होना
  • आँख के अंदर या बाहर सूजन के साथ लाल हो जाना
  • पलकों का आपस में चिपक जाना और
  • आंखों से लगातार पानी चलना

इस तरह के लक्षण दिखने के बाद पलकों पर एक छोटा सा दाना बन जाता है जिसमे कभी कभी पस या मवाद भी हो सकती है इसकी वजह से काफी दर्द महसूस होता है और उसके आस पास काफी सूजन आ जाती है अगर ये सभी लक्षण एक साथ दिखाई दे तो आपको तुरंत अपने चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए

बहार की तरह होने वाली गुहेरी आमतौर पर ३ से ४ दिनों में ठीक हो जाती है गुहेरी को सामान्यता घरेलु उपचार द्वारा ठीक किया जा सकता है जाता है जबकि अंदरूनी गुहेरी के मामले में चिकित्सक का परामर्श ही बेहतर होता है।

आँख में गुहेरी हो गयी है उसको कैसे ठीक करें ?

गुहेरी का घरेलु उपचार काफी सरल है इसको थोड़ी सी सावधानिया रखकर और हलके से प्रयासों से ही ठीक किया जा सकता है, गुहेरी के उपचार के लिए निम्न बिन्दुओ को फॉलो करें

  • जिस आँख में गुहेरी हुई हो उसको गरम रखने की कोशिश करें जैसे रूमाल से अपनी आँखों की सिकाई करें या अपनी मध्यमा ऊँगली को हथेली पर थोड़ी रगड़कर गरम होने पर प्रभावित क्षेत्र पर लगाए।
  • पलकों की नियमति सफाई करें अगर दर्द ज्यादा हो तो हलके हाथो से सफाई करे ।
  • पलकों की सफाई के लिए गुनगुने पानी में थोड़ी हल्दी मिलकर उससे सफाई करें, क्योकि हल्दी में एंटी बायोटिक गुण होते हैं
  • नीम तुलसी आदि एंटीबायोटिक का प्रयोग भी एक बेहतर समाधान हो सकता है
  • अपने हाथो को नियमित अंतराल पर धोते रहें और साफ़ सफाई का विशेष ध्यान रखें
  • गुहेरी की समस्या के दौरान आंको में काजल या कोई मेकअप न करें
  • आँखों में अगर आप लेंस लगते हैं तो उनका इस्तेमाल न करके चस्मा लगाए
  • एंटीबायोटिक दवाओं और क्रीम का उपयोग करें।

 

  • आँख में गुहेरी Aankh me Guheri
    Image Credit: Unsplash

गुहेरी को जल्दी ठीक करने की दवा क्या है

गुहेरी ऊपर सुझाये गए कुछ घरेलु उपायों के अलावा अगर आप दवा के माध्यम से इसे ठीक करना चाहिए हैं तो उसके लिए सबसे ज्यादा हम होमियोपैथी का सुझाव देना पसंद करेंगे होमियोपैथी में गुहेरी के लिए कुछ प्रमुख दवाओं में पल्सेटिला, हिपर सल्फर, मर्कसोल, स्टैफिसैग्रिया  और फास्फोरस आदि है जिन्हे आप किसी भी होमियोपैथी डॉक्टर की सलाह से ले सकते हैं।

गुहेरी की कुछ अन्य दवाओं में कुछ ऐलोपैथिक दवा जैसे एंटीबायोटिक टेबलेट्स, या एंटीबायोटिक क्रीम्स आदि भी प्रयोग कर सकते हैं परन्तु चिकित्सक की सलाह अवश्य लें

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